नई दिल्ली। आकाशवाणी के कैज़ुअल एनाउंसर का वर्षों पुराना दर्द अब उभरकर सामने आ गया है, वो दर्द है नियमितीकरण का। आकाशवाणी महानिदेशालय और प्रसार भारती के साथ-साथ सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भी कैज़ुअल की सुध नहीं ली, न्यायपालिका और संसद तक की आवाज़ जब इनके कानों तक नहीं पहुंची तो फिर शुरू हुआ हल्ला बोल जंतर-मंतर से।
आवाज़ ईमानदारी की थी जिसमें सच्चाई भी घुली थी, इसलिए साथ मिलता गया और हौसला बढ़ता गया, 9 अगस्त को हमीरपुर हिमाचल प्रदेश से भाजपा के युवा लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर से आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मिलने गया और उन्हें ज्ञापन सौंपा गया। अनुराग ठाकुर ने भी सार्थक सहयोग और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
प्रतिनिधिमंडल में अनिल गुप्ता, मनोज पाठक, हरी शर्मा, करताप ठाकुर, आनंद मिश्रा, रवीन्द्र एकांत, अतुल श्रीवास्तव, अंजू तिवारी, तक्षिल खानविलकर, जयंत ढोमरे, मृदुला जोशी, स्मृति लाल और महेश शर्मा शामिल थे।