उल्लेखनीय है कि मंगलवार रात से अचानक 200 से ज्यादा कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश ले लिया था। इस वजह से 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गई थी। इस वजह से कोच्चि, कालीकट तथा बेंगलुरु समेत अनेक हवाई अड्डों पर कंपनी का विमान परिचालन अवरुद्ध हो गया और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा था।
एयर इंडिया एक्सप्रेस चालक दल के एक संघ ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि विमानन कंपनी में कुप्रबंधन की स्थिति है और कर्मचारियों के साथ समान बर्ताव नहीं किया जा रहा। एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ (एआईएक्सईयू) एक पंजीकृत कर्मचारी संगठन है, जो चालक दल के करीब 300 सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है जिनमें अधिकतर वरिष्ठ कर्मी हैं। संघ ने आरोप लगाया था कि कंपनी में कुप्रबंधन ने कर्मचारियों के मनोबल को प्रभावित किया है।