17 फरवरी को 10 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था और आज 3004 करोड़ रुपए का चुकाए गए हैं। इसके साथ ही कंपनी ने यदि दूरसंचार विभाग का कोई बकाया होता है तो उसके भुगतान के लिए भी 5000 करोड़ रुपए अतिरिक्त जमा कराए हैं जिसमें से दूरसंचार विभाग अपनी बकाया राशि काट पर कंपनी को रिफंड करेगा और यह एयरटेल एवं दूरसंचार विभाग के बीच जारी मध्यस्थता पर आधार पर होगा।
कंपनी ने कहा कि उसने भारती ग्रुप ऑफ कंपनीज की ओर से यह राशि जमा कराई है जिसमें भारती एयरटेल, भारती हैक्सकाम और टेलीनॉर इंडिया शामिल है। उसने कहा कि इस भुगतान के साथ उसने सुप्रीम कोर्ट के पिछले वर्ष 24 अक्टूबर को दिए गए आदेश का पालन कर लिया है।