नई दिल्ली।नई दिल्ली। भारत ने सोमवार को कहा कि कोरोनावायरस के नए स्वरूप के उभार के मद्देनजर 23 से 31 दिसंबर तक ब्रिटेन से भारत आने-जाने वाली उड़ानें स्थगित रहेंगी। फ्रांस, कनाडा, तुर्की, बेल्जियम, इटली और इसराइल समेत कुछ अन्य देशों ने भी ब्रिटेन से आने-जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि सरकार अलर्ट है और घबराने की जरूरत नहीं है।
ब्रिटेन की सरकार ने चेताया है कि नए किस्म के कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैल सकता है और रविवार से वहां पर नई पाबंदियां लगाई गई हैं। उड्डयन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय ने सभी विमानन कंपनियों को इस संबंध में निर्देश भी जारी किया है। नियामक ने कहा कि यह निलंबन मालवाहक उड़ानों पर लागू नहीं होगा।
हर्षवर्धन ने संवाददाता सम्मेलन में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि ये काल्पनिक स्थितियां हैं, ये काल्पनिक बातें है, ये काल्पनिक चिंताएं हैं। अपने आपको इससे दूर रखें। हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार हर चीज के बारे में पूरी तरह जागरूक है। यदि आप मुझसे पूछें तो इतना घबराने की कोई जरूरत नहीं है, जैसा कि इस संवाददाता सम्मेलन में देखा जा रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ब्रिटेन में कोरोनावायरस के नए प्रकार के संक्रमण के मद्देनजर ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की केंद्र से मांग की थी। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि ब्रिटेन में कोरोनावायरस में नया बदलाव आया है, जो सुपर स्प्रेडर (तेजी से फैलता) है। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर तत्काल रोक लगाई जाए।
गहलोत ने एक ट्वीट में कहा कि ब्रिटेन में कोरोनावायरस के एक नए रूप का सामने आना बड़ी चिंता की बात है। भारत सरकार को त्वरित कदम उठाते हुए इससे निपटने के लिए आपात योजना बनानी चाहिए। सरकार को ब्रिटेन व अन्य यूरोपीय देशों से सभी उड़ानों पर तत्काल प्रतिबंध लगाना चाहिए। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोनावायरस के नए स्वरूप के तेजी से फैलने के बाद क्रिसमस से पहले दक्षिणी इंग्लैंड में बाजारों को बंद करने और लोगों के जमावड़े पर रोक लगाने की घोषणा की है। (भाषा)