कोच्चि, केरल। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी जबरन धर्मांतरण के खिलाफ है और अगर देश के अन्य राजनीतिक दल धर्मनिरपेक्षता के प्रति अपने रुख पर गंभीर हैं तो उन्हें इस पर विधेयक का समर्थन करना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा इस मुद्दे पर अल्पसंख्यक संगठनों से बातचीत करने को तैयार है, भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘इस विषय पर राजनीतिक दलों में सहमति बनने पर ही इस पर सार्वजनिक चर्चा की जा सकती है।’
शाह ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि भाजपा देश को साम्प्रदायिक आधार पर बांटना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘इन आरोपों का कोई आधार नहीं है।’ कालाधन का जिक्र करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी विदेशों में जमा कालाधन देश में वापस लाने पर प्रतिबद्ध है।