मां का फर्ज निभाते हुए पुलिस की ड्यूटी कर रही अर्चना को वायरल फोटो से मिली मदद
सोमवार, 29 अक्टूबर 2018 (13:12 IST)
उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही अर्चना जयंत इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में हैं। अर्चन की एक तस्वीर वायरल हूई थी, जिसमें वो अपने छह महीने की बेटी को डेस्क पर सुला काम करती दिख रही हैं।
बच्ची डेस्क पर सो रही है और अर्चना कुछ काम कर रही हैं। अर्चना की यह तस्वीर वायरल हुई तो उनके सीनियर्स का भी इस ओर ध्यान गया और उनका ट्रांसफर उनके गृह नगर आगरा के पास कर दिया गया। अर्चना की पोस्टिंग झांसी में कोतवाली थाने पर थी। आगरा से झांसी की दूरी 231 किलोमीटर है।
अर्चना ने मास्टर्स की डिग्री हासिल करने के बाद वर्ष 2016 में पुलिस की नौकरी जॉइन की थी। शादीशुदा अर्चना के दो बच्चे हैं- 10 साल का बेटा कनक और 6 महीने की बेटी अनिका। उनके बेटे का लालन-पालन उसके नाना के पास आगरा में हो रहा है। अर्चना के पति हरियाणा के गुरुग्राम में एक नामी कार कंपनी की फैक्ट्री में काम करते हैं।
अर्चना ने पूरे मामले पर कहा है, 'यह बच्ची महज 6 महीने की है, इसलिए पूरी तरह से मेरे ऊपर निर्भर है। स्तनपान इसके लिए ज़रूरी है।' अर्चना के पति दिल्ली में एक प्राइवेट फर्म में नौकरी करते हैं।
उल्लेखनीय है कि अर्चना की ड्यूटी एक परीक्षा केंद्र में पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए लगाई गई थी। जब वो कोतवाली से ड्यूटी पर रवाना होने वाली थीं तभी उन्हें पता चला कि उनकी ड्यूटी परीक्षा केंद्र के बदले कोतवाली के रिसेप्शन पर लगवा दी गई है। इसके बाद अर्चना अपनी छोटी बच्ची को लेकर वहां ड्यूटी करने लगीं।
रिसेप्शन पर ड्यूटी कर रही अर्चना की इस दौरान किसी ने तस्वीर ले ली। जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। रिसेप्शन पर काम करते हुए कॉन्स्टेबल अर्चना अपनी नन्हीं बेटी को कांउटर पर ही एक ओर बिठाकर वहां आने वाले हर किसी की मदद करती दिखीं। अर्चना को जब फिल्ड में कहीं जाना होता था जो वह अपनी बेटी को गोदी में लेकर जाती हैं।
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कॉन्स्टेबल अर्चना के इस जज्बे और समर्पण की भावना की तारीफ की है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी राहुल श्रीवास्तव ने ट्वीट कर अर्चना को 'मदरकॉप' की संज्ञा दिया। उन्होंने लिखा, 'अर्चना के लिए मां का कर्तव्य और पुलिस की ड्यूटी साथ साथ चलती है। इसके लिए वो सलाम की हकदार हैं।'
डीआईजी सुभाष सिंह बघेल ने भी उसकी जमकर प्रशंसा की और उसे एक हजार रुपए का पुरस्कार दिया।
राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने ट्वीट कर उसकी तारीफ में लिखा, 'मिलिए 21वीं सदी की महिला से, यह किसी भी दायित्व को पूरे हौसले से निभा सकती है। अर्चना से आज सुबह बातचीत करने के बाद मैंने उनका ट्रांसफर आगरा, उनके घर के पास ही करने का आदेश जारी किया। इस मामले के बाद हमें सभी पुलिस थाने में क्रेच (माता-पिता काम पर जाते हुए जहां अपने छोटे बच्चों को कुछ समय के लिए छोड़ जाते हैं) सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में सोचना होगा।'