वीडियो वाइरल होने पर सेना प्रमुख बोले, सोशल मीडिया में न जाएं जवान

शुक्रवार, 13 जनवरी 2017 (15:24 IST)
नई दिल्ली। सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने सेना के हर कमांड मुख्यालय में एक शिकायत पेटी रखने का आदेश दिया है। चीफ ऑफ आर्मी रीड्रेसल ऐंड ग्रीवांसेज बॉक्स कहलाने वाले इस पेटी का इस्तेमाल कोई भी सैनिक कर सकेगा और शिकायत करने वाले सैनिक की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
 
सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने शुक्रवार को सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, ' हम यह सुनिश्चित करेंगे कि शिकायत करने वाले सैनिकों की पहचान गुप्त रहे। हम चाहते हैं कि सैनिक सीधे हमारे पास आएं बजाय कि सोशल मीडिया में जाने के। अगर इसके बाद भी वह असंतुष्ट रहें तो अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करें। सोशल मीडिया एक दोतरफा हथियार है, जिसके अपने नुकसान भी हैं। मीडिया के जरिए यह संदेश मैं जवानों तक पहुंचाना चाहता हूं।'
 
उन्होंने पूर्वी सेना कमांडर (बक्शी साहब) के मामले में कहा, 'हम दोनों ही ने आपस में बात की थी, उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं इस निर्णय को स्वीकार करता हूँ और सेना में कार्य करता रहूंगा। अगर इससे इतर किसी जांच की ज़रूरत होगी तो हम करेंगे।'
 
सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए कहा कि यदि वह सीमा पर शांति और स्थिरता कायम रखने के लिए गंभीरता दिखाता है तो भारत सीमा पर प्रभावी संघर्ष विराम के लिए तैयार है। 
 
जनरल रावत ने कहा कि गत सितंबर में की गई सैन्य कार्रवाई का मकसद यह था कि पाकिस्तान को यह संदेश दिया जाए कि यदि वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है तो सेना उसकी नापाक हरकतों का जवाब देने में सक्षम है तथा सैन्य कार्रवाई के बाद सीमापार से शांति के संदेश मिले हैं तथा भारत भी चाहता है कि सीमा पर संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं पर रोक लगे।
 
उन्होंने कहा कि घुसपैठ की घटनाओं में भले ही ज्यादा कमी नहीं आई हो लेकिन इस कार्रवाई के बाद संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं में कमी जरूर आई है। यदि पाकिस्तान की ओर से गंभीर प्रयास होते हैं तो भारत भी सीमा पर प्रभावी संघर्षविराम के लिए तैयार है। 
 
सेना प्रमुख ने कहा कि यदि सीमापार से आतंकवादी हरकतों को बढ़ावा दिया जाता है तो भारतीय सेना किसी भी तरह की कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी। 

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