ड्रोन में सफेद रंग की लाइट चमकती हुई दिखाई दी। सोमवार को सेना के सतर्क जवानों ने रत्नुचक-कालूचक स्टेशन के ऊपर उड़ रहे दो ड्रोन पर गोलीबारी कर सैन्य प्रतिष्ठान पर हमले की एक कोशिश को नाकाम कर दिया था। यहां स्थित भारतीय वायुसेना स्टेशन (आईएएफ) में कल एक ड्रोन से दो बम गिराए जाने के एक दिन बाद यह घटना हुई थी।
सैनिकों की सतर्कता और सक्रियता से एक बड़े खतरे को टाल दिया गया। कालूचक स्थित सैन्य स्टेशन 2002 के हमले के बाद से हाई अलर्ट पर है। उस हमले में तीन सैन्य कर्मियों, सैन्य परिवारों के 16 सदस्यों और 11 आम निवासियों समेत 31 लोगों की मौत हुई थी जबकि 48 लोग घायल हो गए थे।