पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक से काबुल में कोहराम, क्या मारा गया TTP चीफ मेहसूद?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025 (11:40 IST)
Pakistan airstrike on Kabul : पाकिस्तानी वायुसेना ने गुरुवार देर रात अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एयर स्ट्राइक कर दी। धमाकों के बाद गोलीबारी की भी खबरें हैं। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, एयरफोर्स ने कुख्‍यात आतंकी और TTP चीफ मुफ्ती नूर वली मेहसूद को मारने का दावा किया है। हालांकि तालिबान सरकार ने कहा कि इस हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ है। बहरहाल इस हमले से पाकिस्तान और अफगानिस्तान में तनाव चरम पर पहुंच गया।
 
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2018 से TTP की कमान संभाल रहा महसूद हमले के समय ठिकाने में मौजूद था। उस पर अफगानिस्तान में तालिबान के समर्थन से काम करने का आरोप है। तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
 
सैन्य तनाव समाधान नहीं : अमेरिका के पूर्व राजदूत जाल्मे खलीलजाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में पाकिस्तान के इस कदम को बड़ा खतरा और खतरनाक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सैन्य तनाव समाधान नहीं, बल्कि बातचीत ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा कि दुरंड लाइन के दोनों ओर मौजूद आतंकियों के खिलाफ इस्लामाबाद और काबुल को मिलकर कार्रवाई करनी चाहिए, न कि एक-दूसरे पर हमले करके स्थिति को और बिगाड़ना चाहिए।
 
TTP पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा : 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से TTP ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध छेड़ रखा है। TTP को पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा आतंकवादी खतरा माना जा रहा है। उसके हमलों की वजह से ही पाकिस्तान आतंकवाद प्रभावित देशों की सूची में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी हाल ही में एक बयान में कहा था कि यदि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर हमला हुआ तो जवाबी कार्रवाई में नुकसान को नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने दो टूक कहा कि अब बहुत हो चुका है।
 
इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इंटरनेट बंद : इस बीच पाकिस्तान के इस्लामाबाद और रावलपिंडी में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। हालांकि यह पता नहीं चला है कि सरकार ने यह कदम पाकिस्तानी वायु सेना द्वारा सीमा पार की गई कार्रवाइयों के कारण उठाया हैं या टीएलपी द्वारा नियोजित मार्च के कारण।
 
गौरतलब है कि यह तनाव ऐसे समय में बढ़ा है जब अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी भारत के दौरे पर आए हैं। 9 से 16 अक्टूबर तक चलने वाला यह दौरा तालिबान सरकार के किसी वरिष्ठ प्रतिनिधि की 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद पहली भारत यात्रा है।
edited by : Nrapendra Gupta 

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