नई दिल्ली। वित्तमंत्री अरुण जेटली को गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) से एक निजी वार्ड में स्थानांतरित किया गया है और उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है। जेटली का 14 मई को एम्स में सफल किडनी प्रतिरोपण हुआ था। प्रतिरोपण सर्जन, एंडोक्रोनोलॉजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट और कई अन्य विशेषज्ञों की एक टीम सर्जरी के बाद जेटली की स्थिति पर नजर रखे हुए है।
अस्पताल के एक सूत्र ने कहा कि उन्हें सप्ताहांत में आईसीयू से कार्डियो-न्यूरो सेंटर के एक निजी वार्ड में स्थानांतरित किया गया। एम्स सूत्रों के अनुसार जेटली की एक दूर की रिश्तेदार मध्यम आयु वर्ग की एक महिला ने 65 वर्षीय मंत्री को गुर्दा दान किया था। प्रतिरोपण सर्जनों और प्रतिरोपण एनेस्थेसियोलॉजिस्ट समेत 20 कर्मियों की एक टीम द्वारा कार्डियो-थोरैसिक केंद्र में सर्जरी की गई थी।
जेटली ने 6 अप्रैल को एक ट्वीट कर अपनी बीमारी की पुष्टि की थी। उन्होंने ट्वीट किया था कि मेरा गुर्दे से संबंधित समस्याओं और कुछ संक्रमणों के लिए इलाज किया जा रहा है। सितंबर 2014 में उनकी बैरिएट्रिक सर्जरी भी हुई थी। डायबिटीज से ग्रस्त होने के कारण उनका वजन बढ़ रहा था और इस निदान के लिए ही उनकी बैरिएट्रिक सर्जरी हुई थी। जेटली की कुछ साल पहले हार्ट सर्जरी भी हुई थी। (भाषा)