केजरीवाल ने कहा, प्रधानमंत्री को धर्मांतरण के मुद्दे पर अपना रुख और दृष्टिकोण स्पष्ट करना चाहिए कोई विपक्ष के साथ सत्तारुढ़ दल की भूमिका नहीं निभा सकता। जनता उनका रुख जानना चाहती है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा विकास का वादा करके लोकसभा का चुनाव जीतकर सरकार बना चुकी है, लेकिन वह अपने वादों को पूरा करने में नाकाम रही है।
केजरीवाल ने कहा, वह विकास के आधार पर जीते। उन्होंने वादा किया था कि ‘अच्छे दिन’ आएंगे। पिछले छह महीने में वह लव जिहाद और धर्मांतरण के बारे में बात कर रहे हैं। विकास कहां है? उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले तीन दशक से अधिक समय से सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए थे, लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद सांप्रदायिक दंगे हुए। उन्होंने कहा कि अगर जनता को पता होता कि यह सब होने वाला है तो उसने इसे कभी वोट नहीं दिया होता।