केजरीवाल का इस्तीफा क्या मास्टर स्ट्रोक?- मुख्यमंत्री पद छोडने का एलान करने के साथ अरविंद केजरीवाल ने इमोशनल दांव चल दिया है। उन्होंने कहा कि वह दो दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और जब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती है। वहीं केजरीवाल ने कहा वह दिल्ली की जनता से पूछना चाहते है कि केजरीवाल ईमानदार है या नहीं।
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दरअसल केजरीवाल अपनी ईमानदारी की बात कह कर चुनाव में सहानुभूति का फायदा लेने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहे है। दरअसल केजरीवाल ने 10 साल पहले जब दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी तो उनकी छवि एक ईमानदार राजनेता के तौर थी और दिल्ली की जनता ने इसे खूब पंसद भी किया। मोदी लहर के बाद दिल्ली में लगातार दो बार प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाकर आम आदमी पार्टी ने भाजपा को सीधी चुनौती थी।