उल्लेखनीय है कि सूरत की रहने वाली 2 बहनों ने आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं के खिलाफ अलग-अलग शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि उन्हें अवैध तरीके से बंधक बनाकर रखा गया और उनके साथ दुष्कर्म किया गया। वर्ष 2013 में जोधपुर की अदालत ने एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले में उन्हें दोषी करार दिया था और उम्रकैद की सजा सुनाई थी।