गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बगैर कहा कि अच्छी अंग्रेजी बोलना, अच्छी बाइट देना और खूबसूरत होना सब कुछ नहीं है। देश, आपकी विचारधारा, नीतियों और प्रतिबद्धता के लिए आपके दिल के अंदर क्या है, सब कुछ माना जाता है।
कांग्रेस ने युवाओं को तरजीह दी है। युवाओं को संगठन तथा सरकार में पद दिए गए हैं। उनका भविष्य भी कांग्रेस में ही सुरक्षित है। गहलोत ने कहा कि कांग्रेसी बोलने से कुछ नहीं होता है, देश के लिए कुछ करने का जज्बा होना चहिए। उन्होंने कहा, 'सोने की छुरी पेट में उतारने के लिए नहीं होती है।'
अशोक गहलोत ने कहा कि पहले भी हमें अपने विधायकों को 10 दिन तक होटल में रखना पड़ा। अगर उस वक्त हम नहीं रखते तो आज जो मानेसर वाला खेल हुआ है, वह उस समय होने वाला था। रात के दो बजे लोगों को भेजा रहा था। खुद षड्यंत्र में शामिल नेता सफाई दे रहे थे।
गहलोत ने कहा कि हम तो तीसरी बार मुख्यमंत्री बन गए। 40 साल राजनीति करते हो गए। ये जो नई पीढ़ी आई है, हम उन्हें प्यार करते हैं। आने वाला कल उनका है। 40 साल पहले की जो लीडरशिप थी उसकी खूब रगड़ाई हुई थी फिर भी आज जिंदा है। अगर इनकी और रगड़ाई हुई होती तो और अच्छे से काम करते।
बहुमत हो तो साबित कीजिए : कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सचिन पायलट और कई विधायकों को हमने कई बार आग्रह किया था कि अगर आपका कोई वैचारिक मतभेद हैं तो घर के अंदर बैठकर पार्टी फॉरम पर अपनी बात रख सकते हैं। वापिस आइए और अपनी बात रखिए। उन्हें हमने बहुत बार कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आने का निमंत्रण दिया और कहा कि अगर आपको लगता है कि कांग्रेस विधायक दल का बहुमत आपके पास है तो आइए अपना बहुमत साबित कीजिए और अपना अधिकार है ले लीजिए।