'भारत रत्न' अटलजी के पैतृक गांव में जश्न

शनिवार, 28 मार्च 2015 (17:48 IST)
आगरा। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किए जाने के साथ ही उनके पैतृक गांव बटेश्वर के निवासी जश्न में डूब गए।
 
आगरा जिले की बाह तहसील में ग्रामीण लोगों ने शुक्रवार शाम को उस समय प्रार्थनाएं करके मिठाइयां बांटीं, जब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रोटोकॉल से परे जाते हुए खुद नई दिल्ली में वाजपेयी के कृष्णा मेनन मार्ग स्थित आवास पर जाकर उन्हें इस सम्मान से नवाजा।
 
भाजपा का उदार चेहरा माने जाने वाले वाजपेयी वर्ष 1998 से 2004 तक प्रधानमंत्री रहे हैं। उन्हें पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंधों को बढ़ावा देने के लिए साहसिक कदम उठाने का श्रेय दिया जाता है। 
 
इन कदमों में वर्ष 1999 की ऐतिहासिक बस यात्रा भी शामिल है, जब उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ ऐतिहासिक लाहौर घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे। इस घोषणापत्र के जरिए दोनों पक्षों ने शांति एवं सुरक्षा को बढ़ावा देने का संकल्प लिया था।
 
वाजपेयी एक ऐसे दूरदृष्टा नेता रहे हैं जिन्हें विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। वाजपेयी अस्वस्थ चल रहे हैं और लगभग 8 साल से सार्वजनिक जीवन से दूर हैं। (भाषा) 

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