प्रयागराज। गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को 3 हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी। जब पुलिस दोनों को यहां एक मेडिकल कॉलेज लेकर जा रही थी। मीडिया कर्मी बनकर आए थे शूटर्स। अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाने के बाद तीनों ने सरेंडर कर दिया। इससे पहले उन्होंने जयश्री राम के नारे लगाए। मीडिया खबरों के अनुसार, शूटर्स अतीक की हत्या कर खुद माफिया बनना चाहते थे।
तीन हमलावर लवलेस तिवारी, सन्नी सिंह और अरुण मौर्य वीडियो फुटेज में अतीक और अशरफ को गोली मारते नजर आ रहे हैं और गोली लगते ही दोनों जमीन पर गिर जाते हैं। गोलियों से छलनी दोनों के शवों को घटनास्थल से ले जाया गया। इस सनसनीखेज हत्या के बाद इलाके में तनाव है।
पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर तीन पिस्तौल, एक मोटर साइकिल, एक वीडियो कैमरा और एक न्यूज चैनल का लोगो पड़ा मिला है। तीनों हमलावर 22-23 साल के हैं। वे मीडियाकर्मी बनकर आए थे और घटना को अंजाम दिया। उन्होंने अपने गले में पहचान पत्र भी लटका रखे थे। हमला उस समय हुआ जब मीडियाकर्मी बाइट ले रहे थे। मीडियाकर्मी बनकर आए हमलावरों ने बाइट लेने का प्रयास किया और इसी दौरान उन्होंने गोलीबारी की।
अतीक के गिरते ही हमलावरों ने दोनों भाइयों को घेरकर गोलियां चलानी शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने सरेंडर कर दिया। पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है। आरोपी 48 घंटे से प्रयागराज में थे। पुलिस उन होटलों पर छापेमारी कर रही है जहां आरोपी ठहरे हुए थे।
बताया जा रहा है कि तीनों आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। लवलेस बांदा, अरूण हमीरपुर और सन्नी कासगंज का रहने वाला था।
हत्याकांड के बाद शूटर लवलेश तिवारी के पिता ने कहा कि लवलेश का हमसे लेना-देना नहीं था। 5-6 दिन पहले वह बांदा स्थित घर आया था। पहले भी वो कभी-कभी घर आता था। पहले भी वो एक मामले में जेल गया था। लवलेश नशा करता है। वहीं सन्नी के भाई ने भी कहा कि वह बचपन में ही घर छोड़कर चला गया था और अलग रह रहा था।
Edited by : Nrapendra Gupta