आतिशी 21 सितंबर को लेंगी CM पद की शपथ, 5 मंत्री भी लेंगे शपथ

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 20 सितम्बर 2024 (23:29 IST)
Atishi will take oath on September 21: दिल्‍ली की मनोनीत मुख्यमंत्री आतिशी 21 जनवरी को शाम साढ़े 4 बजे मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेंगी। आतिशी के साथ 5 मंत्री भी शपथ लेंगे। हालांकि इससे पहले शपथ के समय को लेकर असमंजस बना हुआ था। इस शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन राजनिवास में किया जाएगा। अरविन्द केजरीवाल ने जेल से बाहर आने के बाद 17 सितंबर को मुख्‍यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। 
 
दलित नेता हैं अहलावत : जानकारी के मुताबिक दिल्ली के सुल्तानपुर माजरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक मुकेश अहलावत मंत्री पद की शपथ लेंगे। इनके अलावा सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, गोपाल राय और इमरान हुसैन भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। ये चारों नेता केजरीवाल मंत्रिमंडल में भी शामिल थे। 48 वर्षीय दलित नेता अहलावात को आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है। अहलावत वर्तमान में पार्टी की राजस्थान इकाई के सह-प्रभारी हैं। ALSO READ: Atishi Marlena: भोपाल के बैरसिया में खेती भी कर चुकी हैं आतिशी मर्लेना
 
उन्होंने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा के रामचंद्र चावड़िया को 48,042 मतों के अंतर से हराकर सुल्तानपुर माजरा निर्वाचन क्षेत्र में आप को जीत दिलाई थी। अहलावत खुद को पेशे से एक व्यवसायी बताते हैं। उनका जन्म 9 नवंबर 1975 को हुआ था और उन्होंने 1994 में रवींद्र पब्लिक स्कूल, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की। ALSO READ: आतिशी होंगी दिल्ली की सबसे कम उम्र की CM, सुषमा स्वराज के बाद तीसरी महिला मुख्यमंत्री
 
विधानसभा सत्र : उल्लेखनीय है कि केजरीवाल के इस्‍तीफे के बाद आयोजित विधायक दल की बैठक में आतिशी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया गया था, जिसे सर्वसम्मति से सभी ने स्‍वीकार किया गया। दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को 2 दिन का विधानसभा सत्र बुलाया है। आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्‍यमंत्री होंगी। उनसे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्‍यमंत्री रह चुकी हैं। शीला 15 साल तक दिल्ली की मुख्‍यमंत्री रही हैं, जबकि सुषमा सिर्फ 52 दिन ही मुख्‍यमंत्री रह पाईं।
 
कब होंगे चुनाव : दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में समय पूर्व चुनाव कराने की मांग की है। यदि चुनाव आयोग पार्टी की बात मानता है तो झारखंड और महाराष्ट्र के साथ दिल्ली के विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। हालांकि इसकी उम्मीद कम है। हालांकि मौजूद विधानसभा का कार्यकाल फरवरी 2025 में पूरा होगा। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

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