गृह मंत्रालय ने नोटों की ढुलाई का काम करने वाली निजी सुरक्षा एजेंसियों के लिए प्रस्तावित मानक प्रक्रिया में उक्त सुझाव दिए हैं। इसके तहत ग्रामीण इलाकों में एटीएम में पैसा डालने का काम शाम छह बजे तक किया जाए जबकि नक्सल प्रभावित जिलों में इसे शाम चार बजे तक ही करना होगा। इसी तरह एक दौरे में पांच करोड़ रुपए से अधिक राशि ले जाने वाली वैन विशेष रूप से तैयार हो और उसमें सीसीटीवी व जीपीएस की सुविधा रहे।
मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, हर वैन में दो सशस्त्र गार्ड व एक चालक को किसी तरह के हमले के हालात में वाहन को सुरक्षित जगह पर ले जाने के तरीके बताए जाएं। एक अनुमान के अनुसार, हर दिन 8000 निजी वैन 15000 करोड़ रुपए की नकदी बैंकों से लेकर एटीएम तक इधर-उधर लेकर जाती हैं।