attack on NIA in bengal : पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में 2022 के बम विस्फोट मामले की जांच के लिए गई NIA की टीम पर ग्रामीणों ने शनिवार को हमला कर दिया। बहरहाल लोकसभा चुनाव से पहले हुए हमले से बंगाल की राजनीति फिर गरमा गई।
ममता ने उठाए NIA की रेड पर सवाल : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने आधी रात को छापा क्यों मारा? क्या उनके पास पुलिस की अनुमति थी? स्थानीय लोगों ने उसी तरह प्रतिक्रिया व्यक्त की जैसे आधी रात को कोई अन्य अजनबी उस जगह पर आता तो होता। वे चुनाव से ठीक पहले लोगों को क्यों गिरफ्तार कर रहे हैं? भाजपा क्या सोचती है कि वे हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार कर लेंगे? NIA को क्या अधिकार है? ये सब भाजपा को समर्थन देने के लिए कर रहे हैं। हम भाजपा की इस गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ने का आह्वान करते हैं।
अमित मालवीय का TMC पर तंज : भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि ममता बनर्जी के कुशासन के तहत पश्चिम बंगाल हमेशा की तरह अराजक बना हुआ है। ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद अब एक और केंद्रीय एजेंसी निशाने पर आ गई है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में दो टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार करने गई एनआईए अधिकारियों की टीम को निशाना बनाया गया। 100/150 ग्रामीणों ने न सिर्फ एनआईए टीम को आरोपियों को गिरफ्तार करने से रोका, बल्कि उनकी गाड़ियों पर पथराव भी किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस की भागीदारी के बिना यह संभव नहीं था। बंगाल में शाहजहाँ शेख से लेकर अनुब्रोतो मंडल तक सभी अपराधियों को टीएमसी का संरक्षण प्राप्त है।
NIA की टीम क्यों गई थी भूपतिनगर : भूपतिनगर में 3 दिसंबर, 2022 को एक कच्चे घर में हुए विस्फोट में 3 लोगों की मौत हो गई थी। बाद में मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी। हाईकोर्ट के आदेश पर इसी मामले की जांच के लिए एनआईए की टीम भूपतिनगर गई थी।
शनिवार की इस घटना ने पांच जनवरी की उस घटना की याद दिला दी, जब उत्तरी 24 परगना के संदेशखाली इलाके में राशन घोटाले के सिलसिले में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमला किया गया था।