कटियार ने कहा कि राम जन्मभूमि व श्रीराम की प्रतिमा दोनों ही निकट होंगे तो दर्शनार्थियों को सुविधा भी होगी। उन्होंने ने श्रीराम जन्मभूमि के प्रस्तावित मॉडल पर भी प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि उक्त मॉडल में परिवर्तन की आवश्यकता है, जिसे परिवर्तित किया जाना है। इसके लिए पूर्व में राम मंदिर का नक्शा तैयार करने वाले आर्किटेक्ट के साथ विचार-विमर्श किया भी जा रहा है।
पूर्व सांसद ने कहा कि जल्द ही राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा। पहले चरण में परिसर की भूमि को समतल किया जाएगा जिसके लिए पहले रामलला को एक सुरक्षित स्थान पर विराजमान कराया जाएगा, जिससे दर्शन-पूजन भी चलता रहे।
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि आज मंदिर निर्माण का मार्ग साफ हुआ है, इसलिए हम लोग चाहते हैं कि कल्याण सिंह को इस ट्रस्ट में रखा जाए, जिन्होंने अपना सारा जीवन मंदिर निर्माण के कार्य में समर्पित कर दिया।