कोलकाता रेप कांड पर क्‍यों वायरल हो रही है आयुष्‍मान खुराना की ये कविता?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 16 अगस्त 2024 (17:30 IST)
Photo : Social media 
Ayushmann Khurrana poem on kolkata rape case : कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। देशवासियों का गुस्सा उबल रहा है। एक ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्‍या की बर्बरता से हर किसी की आत्‍मा सिहर उठी है। हालांकि राजनीतिक दल इस पूरे कांड पर राजनीति पर उतर आए हैं, वहीं बॉलीवुड के जाने माने एक्‍टर ने आयुष्‍मान खुराना ने इस विषय पर एक कविता लिखकर सभी को भावुक कर दिया है।

Ayushmann Khurrana recited a heart touching poem. Thank you Ayushman for speaking up, unlike others who have decided to keep their mouths shut. @ayushmannk #KaashMainBhiLadkaHoti pic.twitter.com/dSaiX8w9uq

— crystal (@swapna_majji) August 15, 2024
कविता सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। कविता वायरल होने के बाद लोग लिख रहे हैं कि अगर किसी से इतनी संवेदनशीलता की आशा थी, अगर ये कोई कर सकता था तो वो सिर्फ आयुष्मान खुराना ही है।

दरअसल, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्‍पताल में ट्रेनी डॉक्‍टर का रेप और हत्‍या के बाद देशभर के डॉक्‍टर्स हड़ताल कर न्‍याय और महिलाओं की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। इसी बीच बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना की एक कविता सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस कविता को सुनकर किसी का भी दिल रोने लगेगा। इस कविता को सुनकर हर कोई सिहर उठेगा। अपनी फिल्मों और कला के जरिए सामाजिक मुद्दों पर अपनी बात लोगों के सामने रखने वाले बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना की इस कविता को ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।

आयुष्मान खुराना की वायरल कविता
काश! मैं भी लड़का होती
मैं भी बिना कुंडी लगाकर सोती
काश मैं भी लड़का होती
झल्ली बनकर दौड़ती उड़ती
सारी रात दोस्तों के साथ फिरती
काश मैं भी लड़की होती
कहते सुना है सबको कि लड़की को पढ़ाओ-लिखाओ सशक्त बनाओ।
और जब पढ़-लिखकर डॉक्टर बनती
तो मेरी मां ना खोती उसकी आंखों का मोती
काश मैं भी लड़का होती
36 घंटे का कार्य दुश्वार हुआ
बहिष्कार हुआ
बलात्कार हुआ
पुरुष के वहशीपन से साक्षात्कार हुआ
काश! उन पुरुषों में भी थोड़े से स्त्रीपन की कोमलता होती
काश मैं ही लड़का होती
कहते हैं सीसीटीवी नहीं था
होता भी तो क्या होता
एक पुरुष सुरक्षाकर्मी जो उस पर नजर रखता
उसकी नजर भी कितनी पाक होती?
काश, मैं एक लड़का होती
अगर मैं एक लड़का होती
शायद आज मैं भी जिंदा होती।

Edited by Navin Rangiyal

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