नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने गुरुवार को भाजपा सांसद और लोकसभा की पीठासीन अधिकारी रमा देवी पर अभद्र टिप्पणी की थी। अगर आज आजम माफी नहीं मांगते हैं, तो लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। आजम के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जा सकता है। आजम खान को सदन से निलंबित या निष्कासित किया जा सकता है। इससे पहले 1978 में विशेषाधिकार हनन से जुड़े मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लोकसभा से निष्कासित कर जेल भेज दिया गया था।
की थी अभद्र टिप्पणी : 25 जुलाई को लोकसभा में तीन तलाक बिल पर बहस के दौरान शिवहर (बिहार) से सांसद रमा देवी आसंदी पर बैठी हुई थीं। तभी आजम ने उन पर टिप्पणी की। इसके बाद लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ था। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आजम से माफी की मांग की थी। लोकसभा अध्यक्ष ने भी आजम से माफी मांगने को कहा। इसके बाद आजम ने रमा देवी को अपनी प्यारी बहन बताया। लेकिन माफी मांगने की बात पर वे यह कहकर सदन से बाहर चले गए कि मुझे बेइज्जती सहकर यहां बात नहीं रखनी।
रमा देवी ने दिया यह बयान : रमा देवी ने आजम के बयान पर कहा था कि जिस कुर्सी पर मैं बैठी थी वह सभी की है। उन्होंने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल देश की सभी महिलाओं के लिए किया है। मेरे संसदीय क्षेत्र की जनता ने मुझ पर विश्वास जताया और मुझे चुनकर संसद में भेजा। मुझमें ऐसे लोगों (आजम खान) का सामना करने की ताकत है।
अखिलेश ने किया था रमा देवी का बचाव : गुरुवार को सदन में सपा सांसद अखिलेश यादव ने आजम का बचाव करते हुए कहा था कि अगर भाषा असंसदीय लगे तो इसे रिकॉर्ड से निकाल दें, लेकिन मुझे नहीं लगता कि उन्होंने कुछ भी गलत भावना से नहीं कहा।
रमा देवी ने अखिलेश को जवाब देते हुए शनिवार को कहा था कि उन्होंने सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए ऐसा बोला है। उनकी भाषा में उनका अहंकार और घमंड दिखता है। उन्हें ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, वे मुख्यमंत्री रह चुके हैं।