एनडीटीवी मामले में सरकार की किरकिरी

सोमवार, 7 नवंबर 2016 (20:34 IST)
हिन्दी टीवी चैनल एनडीटीवी पर प्रतिबंध के फैसले को सरकार ने फिलहाल रोक दिया है। सरकार ने यह फैसला संभवत: चैनल के उच्चतम न्यायालय जाने के बाद लिया है। हालांकि इस फैसले के बाद सरकार काफी किरकिरी हुई है। सोशल मीडिया पर सरकार की तीखी आलोचना हो रही है। 
दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे जनता की ताकत बताते हुए एनडीटीवी को बधाई दी है। हालांकि ट्‍विटर पर मिलीजुली प्रतिक्रिया मिल रहा है। कोई सरकार का विरोध कर रहा है तो एनडीटीवी की मुखालफत भी कर रहा है। हर्षवर्धन ने अपने ट्‍वीट में कहा है कि एनडीटीवी पर बैन हटाए जाने के बाद शायद वह टीआरपी में आगे आ जाए। वैसे बैन की खबरों ने उसकी टीआरपी को मार्केट में बढ़ा दिया है। 
 
एक अन्य व्यक्ति ने ट्‍वीट कर कहा है कि इससे साबित होता है कि एनडीटीवी भारत सरकार से भी ज्यादा शक्तिशाली है। प्रवीणसिंह नामक व्यक्ति ने ट्‍वीट किया है कि बागों में फिर से आई बहार, जब पलटी पलटू सरकार। कई लोगों ने सरकार को लेकर इस तरह के कमेंट किए हैं, जिनका यहां उल्लेख भी नहीं किया जा सकता है। किसी ने तो केजरीवाल की आड़ में नरेन्द्र मोदी पर निशाना साध दिया। लिखा- बेटा केजरीवाल, मोदी तो तुझसे ज्यादा पलटू निकला। एनडीटीवी पर प्रतिबंध के फैसले से मुकर गया। 
किसी ने इसकी आड़ में बरखा दत्त पर भी कटाक्ष कर दिया। रोहित खोले नामक व्यक्ति ने लिखा कि अब लोकतंत्र सही राह पर है। आपातकाल का कोई डर नहीं है। विकास कुमार लिखते हैं कि सरकार ऐसे आदेश देते ही क्यों हो जिसे खुद ही होल्ड करना पड़ता है। हमसे आपकी बेचारगी देखी नहीं जाती। 

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