जेटली ने यहां राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'यह तथ्य है कि असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की संख्या संगठित क्षेत्र से कहीं अधिक है। लेकिन उन्हें ऋण पाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।'
स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के फायदे गिनाते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि वे काफी तेजी से आगे आए हैं और उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर एसएचजी महिलाओं की अगुवाई वाले हैं, इससे ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को वित्तीय सुरक्षा मिली है।