नई दिल्ली। बुधवार को आहूत एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में मजदूर संगठनों के साथ ही वामपंथी दलों और कांग्रेस समर्थकों ने देशभर में प्रदर्शन किया।
-पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा- CPIM की कोई विचारधारा नहीं है। रेलवे पटरियों पर बम लगाना 'गुंडागर्दी' है। आंदोलन के नाम पर यात्रियों की पिटाई की जा रही है और पथराव किया जा रहा है। यह 'दादागिरी' है, आंदोलन नहीं। मैं इसकी निंदा करती हूं।
-बैंकिंग सेवाओं पर बंद का सबसे ज्यादा असर पड़ा।
-ट्रेड यूनियनों ने किया है भारत बंद का आह्वान। केंद्रीय यूनियनों में एटक, इंटक, सीटू, एआईसीसीटीयू, सेवा, एलपीएफ समेत अन्य शामिल हैं।
-यूनियनों का कहना है- हम महंगाई, सार्वजनिक कंपनियों की बिक्री, रेलवे, रक्षा, कोयला समेत अन्य क्षेत्रों में 100 प्रतिशत एफडीआई और 44 श्रम कानूनों को संहिताबद्ध करने (श्रम संहिता) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
-पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के कांचरापाड़ा में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक बंद कर दिया, जबकि सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के बस ड्राइवरों ने हेलमेट पहनकर गाड़ी चलाई।