जम्मू। डेढ़ दिन विश्राम के बाद राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो यात्रा' आज बनिहाल से शुरू हो गई और अब यह कश्मीर संभाग में प्रवेश करने जा रही है। आज शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला रामबन जिले के बनिहाल इलाके में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुए। हालांकि अधिकारियों का दावा था कि यात्रा को बढ़ते खतरे को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षाबल यात्रा मार्ग के साथ और मार्ग पर तैनात किए गए हैं।
मिलने वाली खबरों के अनुसार उमर अब्दुल्ला बनिहाल में यात्रा में शामिल हुए जबकि जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के कई नेता वर्तमान में यात्रा में शामिल होने के लिए काजीगुंड में प्रतीक्षा कर रहे हैं। रिपोर्टों में कहा गया है कि जेकेपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर और उपाध्यक्ष रमन भल्ला काजीगुंड में यात्रा में शामिल होने वाले नेताओं में शामिल हैं। यात्रा आज सुबह बनिहाल से शुरू होने के बाद आज ही कश्मीर में प्रवेश करेगी और अनंतनाग के वेसु इलाके से होकर गुजरेगी।
'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल होने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ बात करते हुए कहा कि वे जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने पर कांग्रेस के रुख में नहीं पड़ना चाहते हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने श्रीनगर से 120 किमी दूर इस राजमार्ग शहर में अपने आगमन पर पत्रकारों से कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' का उद्देश्य राहुल गांधी की छवि को सुधारना नहीं है बल्कि देश में स्थिति में सुधार करना है।
अब्दुल्ला ने कहा कि वे यात्रा में इसलिए शामिल हुए, क्योंकि उन्हें देश की छवि की ज्यादा चिंता थी। उन्होंने आगे कहा कि हम किसी व्यक्ति की छवि के लिए नहीं बल्कि देश की छवि के लिए इसमें शामिल हुए हैं। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर कांग्रेस के रुख पर बोलते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि हम अदालत में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए केस लड़ेंगे। जिस तरह से सरकार याचिका की सुनवाई पर अपने पैर खींच रही है, वह बताती है कि हमारा मामला बहुत मजबूत है।