गुजरात के नए CM बने भूपेन्द्र पटेल, BJP की रणनीति ने एक बार फिर चौंकाया

Webdunia
रविवार, 12 सितम्बर 2021 (16:58 IST)
विजय रुपाणी के इस्तीफे के एक दिन बाद गुजरात के नए मुख्यमंत्री पर फैसला हो गया है। भाजपा ने एक बार फिर चौंकाते हुए भूपेंद्र रजनीकांत पटेल को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाया है। इसने चौंकाया इसलिए क्योंकि भूपेंद्र पटेल का नाम मुख्यमंत्री पद की रेस में कल तक आया ही नहीं था। गृह मंत्री अमित शाह ने भूपेन्द्र पटेल को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी। 
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भाजपा कहीं न कहीं नए चेहरे से जनता में विजय रूपाणी के प्रति नाराजगी को भी दूर करना चाहती थी। विजय रूपाणी ने भूपेन्द्र पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा था। जब उनके नाम का प्रस्ताव किया गया, तब वे विधायकों में सबसे पीछे बैठे हुए थे। विधायक दल की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री और पार्टी पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर ने उनके नाम की घोषणा की। 2017 के विधानसभा चुनाव में गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। 
इसके बाद आनंदीबेन के कहने पर ही घाटलोडिया सीट से भूपेंद्र पटेल को टिकट दिया गया था। उन्होंने यहां रिकॉर्ड मतों से कांग्रेस के शशिकांत वासुदेवभाई पटेल को हराया था। 
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भूपेन्द्र पाटीदार समुदाय से आते हैं और आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा कोई जोखिम नहीं लेना चाहती और पाटीदार समुदाय गुजरात में बीजेपी का वोटबैंक रहा है। पिछले चुनावों में भाजपा को पाटीदार समुदाय से 63 प्रतिशत वोट मिले थे।
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श्री @Bhupendrapbjp जी को @BJP4Gujarat विधायक दल का नेता चुने जाने पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।

मुझे विश्वास है कि @narendramodi जी के मार्गदर्शन व आपके नेतृत्व में प्रदेश की अनवरत विकास यात्रा को नई ऊर्जा व गति मिलेगी और गुजरात सुशासन व जनकल्याण में निरंतर अग्रणी बना रहेगा।

— Amit Shah (@AmitShah) September 12, 2021 >
गुजरात के पिछले चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला देखा गया था। भाजपा किसी तरह सत्ता बचाने में सफल हो गई थी लेकिन अब वह जोखिम नहीं लेना चाहती। 
 
वह अभी से अपने कील-कांटे दुरुस्त करना चाहती है। भूपेंद्र पटेल पाटीदार समाज से आते हैं। विजय रुपाणी सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। इसके साथ ही भूपेंद्र पटेल आरएसएस से लंबे समय से जुड़े रहे हैं, वहीं AUDA के चेयरमैन भी रह चुके हैं। पटेल समुदाय में भी इनकी अच्छी पकड़ है।