शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर इन शिक्षकों ने रविवार को राष्ट्रपति को एक ज्ञापन देकर यह गुहार की। प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में राज्य के करीब दो सौ शिक्षक अपनी मांग को लेकर राजधानी भी आए हैं और वे सोमवार को जंतर-मंतर पर फटेहाली मार्च करेंगे जिसमें वे हाथ में कटोरा लेकर माथे पर टोकरी रखकर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
संघ के महासचिव शम्भू कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्कूलों को अनुदान देने की नीति तो बनाई थी, लेकिन पिछले 5 सालों से कोई अनुदान नहीं दिया, जिसके कारण शिक्षक और उनके परिवार के लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।
सिंह ने बताया कि हम लोगों ने राज्य में कई बार धरना-प्रदर्शन भी किया और मुख्यमंत्री से 5 बार मिले भी लेकिन कोई समाधान नहीं निकला, इससे मजबूर होकर हमें राजधानी दिल्ली में फटेहाल मार्च करना पड़ रहा है। हम लोग नौ सितम्बर तक यह धरना देते रहेंगे।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि दुर्भाग्य से बिहार में स्कूलों को माध्यमिक शिक्षा अभियान से भी जोड़ा नहीं गया है। प्रधानमंत्री ने देश में अच्छे दिन लाने का वादा किया था, इसलिए आपसे अनुरोध है कि इस मामले में हस्तक्षेप कर मानव संसाधन विकास मंत्रालय को दिशा-निर्देश दें। (वार्ता)