मनी लॉंडरिंग में मजीठिया को ईडी का समन

सोमवार, 22 दिसंबर 2014 (16:17 IST)
जालंधर। भारतीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब के राजस्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को 26 दिसंबर के पहले हाजिर होने का हुक्म दिया है। मजीठिया को ड्रग से जुड़े 6000 करोड़ रुपए के कथित मनी लॉंडरिंग मामले में तलब किया गया है।
 
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मजीठिया का समर्थन किया है और कहा है कि किसी व्यक्ति को बुलाए जाने का ये मतलब नहीं कि वह अपराधी है जबकि आम आदमी पार्टी ने करोड़ों रुपए के ड्रग रैकेट में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए बिक्रम सिंह मजीठिया के इस्तीफे की मांग की है।
 
26 दिसंबर को सुबह 10 बजे मजीठिया को जालंधर के ईडी दफ्तर बुलाया गया है। यहां पर मजीठिया से मामले को लेकर करीब 100 सवाल पूछे जा सकते हैं, जिनकी सूची विभाग ने तैयार कर रखी है।
 
12 नवंबर 2013 में ड्रग तस्करी में पूर्व डीएसपी जगदीश भोला की गिरफ्तारी के बाद राजस्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम सामने आया। भोला ने पुलिस सिक्योरिटी में कहा था कि पंजाब में ड्रग का कारोबार मंत्री मजीठिया की शह पर चलाया जा रहा था। इस खुलासे से सरकार और पुलिस प्रशासन सकते में आ गया था।
 
हरकत में आए पुलिस विभाग ने एक के बाद एक गिरफ्तारियां की। इसी केस में 15 नवंबर 2013 को कारोबार में शामिल बिट्टू औलख को गिरफ्तार किया गया। बिट्टू विधायक अमरपाल सिंह बोनी का निकटवर्ती और चुनावी इंचार्ज था। उसके पास गनर और गाड़ी होती थी। बिट्टू और मजीठिया के बीच नजदीकियां सामने आई। इस पर ईडी ने इस केस की जांच शुरू की। 
 
जांच में कनाडा के रहने वाले सतप्रीत सत्ता और परबिंदर पिंदी का नाम आया जो आइस ड्रग के कारोबार में लिप्त थे। इन दोनों की ही मजीठिया से नजदीकी थी। दोनों मजीठिया की शादी में शामिल होने के लिए इंडिया भी आए थे। सत्ता जब भी भारत आता तो मजीठिया ही उसको गनर, गाड़ी और चालक उपलब्ध करवाता था। 
 
इसके अलावा सेक्शन 50 के तहत ईडी ने बिट्टू के पिता रिटायर मास्टर प्रताप सिंह से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उनके बेटे के मजीठिया से काफी नजदीकी संबंध हैं। सूत्रों की माने तो ड्रग के कारोबार में एक बार पैसे के लेनदेन को लेकर तस्करों में कड़वाहट आई थी, जिसे बिट्टू ने मजीठिया से कहकर सुलझाया था।
 
आइस ड्रग के कारोबार में शामिल कनाडा निवासी सतप्रीत सत्ता और परबिंदर पिंदी मजीठिया के करीबी हैं। दोनों मजीठिया की शादी में शामिल होने के लिए भारत भी आए थे। सत्ता जब भी भारत आता तो मजीठिया ही उन्हें गनर, गाड़ी और चालक उपलब्ध करवाते थे। (एजेंसी)
 
 

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