विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने बताया, हम आगे देखने की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं और आगे की चीजों को लेकर उत्सुक होने का मतलब यह नहीं है कि हमारी सीमाएं बदल जाएंगी। हमने यह बहुत स्पष्ट कर दिया है कि जहां तक हमारी बात है, भारत की अखंडता और एकता मोलभाव करने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यह टिप्पणी हकीकत से कोसों दूर है, जो हमें पिछली सदी में वापस ले जाएगी।
उन्होंने कहा, मैं कश्मीर को वापस लूंगा, समूचे को, और मैं एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ूंगा क्योंकि अन्य प्रांतों की तरह यह पाकिस्तान का है। बिलावल ने जब यह टिप्पणी की तब पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और राजा परवेज अशरफ उनके अगल-बगल में थे।