एशिया का सबसे बड़ा CNG प्लांट इंदौर में, 19 हजार किलो गैस रोज बनेगी, 400 बसें और कारें चलेंगी, 7 प्वॉइंट में ऐसे समझें प्लांट की खासियत
शनिवार, 19 फ़रवरी 2022 (12:21 IST)
देश के सबसे साफ शहर में 5 बार शुमार हो चुका मध्यप्रदेश का इंदौर अब सीएनजी को लेकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करने वाला है।
19 फरवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर में एशिया के इस सबसे बड़े CNG प्लांट का शुभारंभ किया गया। यह प्लांट करीब 150 करोड़ रुपए की लागत से बना है। जिसमें गीले कचरे से CNG तैयार की जाएगी।
400 सीटी बसें होंगी संचालित
BIO CNG प्लांट में 550 टन वेस्ट से 19 हजार किलो ग्राम बायो CNG (compressed natural gas) तैयार होगी। यह CNG फल, सब्जी, खराब खाना, हरी पत्ती और फूलों के वेस्ट से तैयार होगी। इससे शहर में 400 सिटी बसों को चलाया जाएगा। पहले चरण में 55 CNG बसें इसी महीने से चलने लगेंगी। डीजल से चलने वाली बसों में बदलाव कर उनके इंजन को CNG से चलने लायक बनाया जाएगा।
गीले वेस्ट से चलेगा सीएनजी प्लांट
इस प्लांट की सबसे खास बात यह है कि यह 100 प्रतिशत गीले कचरे से संचालित ेहोगा। नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि यह बायो सीएनजी प्लांट 100% गीले वेस्ट से चलेगा।
यह उपलब्धि इंदौर शहर के नागरिकों के अनुशासन और दृढ़ संकल्प के बगैर मुमकिन नहीं था। दूसरी सबसे अहम बात यह है कि जिस कंपनी द्वारा यह बायो सीएनजी प्लांट स्थापित किया जा रहा है, उसके सर्वे में यह खुलासा हुआ था कि इंदौर से मिलने वाले कचरे के सैंपल में 99 प्रतिशत से ज्यादा सेग्रीगेशन प्योरिटी पाई गई है, जो देश के अन्य किसी राज्य से लिए गए सैंपल में नहीं मिली है। इसलिए इंदौर में यह प्रोजेक्ट संभव हो सका।
ये भी होगा फायदा
यह प्लांट न सिर्फ इंदौर के लिए एक उपलब्धि है, बल्कि इससे कई फायदे होने वाले हैं। एक बायो सीएनजी प्लांट से उत्पन्न 19 हजार केजी गैस से प्रतिदिन 400 बसें संचालित हो सकेंगी, जिससे ना केवल पर्यावरण सुरक्षित और बेहतर हो सकेगा, बल्कि शहर की हवा की क्वालिटी में भी सुधार होगा।