बढ़ता ही जा रहा है भजियावाले की संपत्ति का आंकड़ा

बुधवार, 21 दिसंबर 2016 (19:29 IST)
सूरत। ठेले पर चाय और भजिया-पकौड़े बेचने से लेकर अरबपति बनने के रहस्यमय सफर के कारण आयकर विभाग को चकरा देने वाले गुजरात के सूरत शहर के किशोर भजियावाले की कुल संपत्ति का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
उधर गुजरात के ही एक अन्य रहस्यमय भूमि कारोबारी महेश शाह की ओर से आय घोषणा योजना के तहत अंतिम दिन आधी रात के समय 13,860 करोड़ रुपए के आय की घोषणा कर मुकर जाने के मामले ने भी आयकर विभाग को खासी परेशानी में डाल रखा है।
 
भजियावाला के घर, कार्यालय और अन्य ठिकानों पर 6 दिन की आयकर की छापेमारी के बारे में हालांकि अब तक विभाग की ओर से कोई विधिवत घोषणा नहीं की गई है, पर विभाग के सूत्रों के अनुसार उसकी चल-अचल संपत्ति पूर्व के करीब 400 करोड़ के अनुमान से कहीं अधिक है।
 
उसके पास से मिले 14 किलो सोना और सोने के जेवरात, 150 किलो से अधिक की ठोस चांदी और 1 किलो हीरे के जेवरात तथा करीब डेढ़ करोड़ रुपए की नए-पुराने नोटों की नकदी और सूरत में करोड़ों की अन्य संपत्ति के बाद मुंबई के कांदीवली में भी उसके पास करीब 200 करोड़ रुपए की संपत्ति तथा गुजरात के नवसारी और अन्य स्थानों पर भी बंगले तथा मकान आदि का पता चला है। सूत्रों ने बताया कि इसकी पूरी पड़ताल की जा रही है।
 
तीन दशक पहले सूरत के उधना विस्तार में पकौड़े यानी भजिया और चाय का ठेला लगाने वाले किशोर ने बाद में कथित तौर पर लोगों को ऊंची ब्याज दर पर पैसे देकर उनकी संपत्ति हड़प ली। उसके एक करीबी दोस्त की पत्नी ने भी पुलिस में उस पर उनकी टूल्स फैक्टरी पर इसी तरह कब्जा जमा लेने की शिकायत दर्ज कराई है। उसके इस दोस्त की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।
 
स्थानीय लोगों ने उस पर ब्याज के मामले में काफी दयाहीन रुख रखने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि वह पैसे के एवज में लोगों से मंगलसूत्र तक ले लिया करता था। किशोर के एलबम में भाजपा के कई मंत्रियों और अन्य नेताओं के साथ उसकी तथा उसके परिजनों की सेल्फीनुमा तस्वीरें भी मिली हैं, हालांकि कई नेताओं ने उससे कोई पहचान नहीं होने की बात कही है।
 
हालांकि अब तक भजियावाला की गिरफ्तारी नहीं हुई है। आयकर सूत्रों ने बताया कि पूरी पड़ताल के बाद ही कोई कानूनी कार्रवाई होगी। दूसरी ओर अहमदाबाद निवासी महेश शाह के मामले से भी आयकर विभाग खासी उलझन में है।
 
सूत्रों ने बताया कि कुछ समय पहले यहां एक टीवी चैनल के स्टूडियो से नाटकीय ढंग से पकड़े गए शाह ने अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं दी है। शाह ने दावा किया था कि यह पैसा दूसरे लोगों का था जिसकी घोषणा उसने अपने नाम से की थी। उसे भी अब तक विधिवत गिरफ्तार नहीं किया गया है।
 
उसने टीवी पर अपने साक्षात्कार में कहा था कि वह आयकर विभाग को सभी नाम बता देगा और उसके पास ऐसी कोई डायरी होने की भी अटकलें लगाई गई थीं, पर अब तक ऐसा नहीं हो सका है। आयकर सूत्रों ने बताया कि वह अब तक गोलमोल बातें कर रहा है। आयकर विभाग ने हालांकि उसके दावे को 28 नवंबर को खारिज कर दिया था। (वार्ता)

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