भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासत में पिछले एक हफ्ते से जारी खींचतान में अब भी प्रदेश में चल रही सियासी पिक्चर का क्लाइमेक्स बाकी है। आज नए दिन के साथ दोनों ही खेमा नए सिरे से अपनी रणनीति के अनुरूप अपनी अपनी चाल चलेंगे। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन यानि 16 मार्च को ही विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराया जा सकता है। सियासी फिक्चर की इस पटकथा का क्लाइमेक्स अपनी ओर करने के लिए दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
डैमेज कंट्रोल की कोशिश में कांग्रेस – सिंधिया और 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार जो एक बड़े संकट से जूझ रही है वह अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। केंद्रीय हाईकमान के निर्देश के बाद पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया,सीनियर नेता मुकुल वासनिक और हरीश रावत भोपाल पहुंचकर आज पार्टी को मौजूदा सियासी संकट से बाहर निकलाने की कोशिश करेंगे।
इस बीच सिंधिया के साथ पार्टी से बगावत करने वाले 19 विधायक जो इन दिनों बेंगलुरू मे डेरा डाले हुए है उनको मानने और वापस लाने के लिए पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। विधायकों को मनाने के लिए कैबिनेट के सीनियर मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और गोविंद सिंह बेंगलुरू पहुंच गए है वहीं कर्नाटक कांग्रेस के बड़े नेता डीके शिवकुमार को पार्टी में इन विधायकों को वापस लाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
भाजपा ने विधायकों को बाहर भेजा – दूसरी ओर भाजपा ने मंगलवार देर रात अपने विधायकों को तोड़फोड़ से बचाने के लिए हरियाणा के गुरुग्राम के एक पांच सितारे होटल में शिफ्ट कर दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ भोपाल से रवाना हुए विधायकों ने मीडिया से बात करते हुए इसे होली मिलन समारोह बताया। दूसरी ओर आगे की रणनीति तैयार करने के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली जा सकते है।