बुक्कल ने कहा कि जहां तक हनुमानजी को जाति-धर्म में बांटने की बात है तो वे पूरी दुनिया के ही थे। मगर व्यक्तिगत तौर पर हमारा मानना है कि हनुमानजी मुसलमान थे। उन्होंने अपनी बात के पक्ष में तर्क दिया कि हमारे यहां रहमान, रमजान, फरमान, कुर्बान, जिशान नाम रखे जाते हैं, जो कि करीब-करीब हनुमानजी जैसे ही हैं।
उल्लेखनीय है कि बुक्कल नवाब उस समय भी सुर्खियों में आए थे, जब भाजपा ने उन्हें एमएलसी बनाया था। एमएलसी बनने के बाद नवाब हजरतगंज स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर गए थे और उन्होंने वहां पूजा-अर्चना भी की थी। इस दौरान बुक्कल भगवा कपड़ों में नजर आए थे और मंदिर को एक घंटा भी दान में दिया था। तब उन्होंने कहा कि मैं मुसलमान होने के साथ हनुमान भक्त भी हूं। भगवान राम की तरह भगवान हनुमान भी हमारे पूर्वज हैं।
अयोध्या पर भी दिया था विवादित बयान : बुक्कल नवाब ने इससे पहले अयोध्या में विवादित स्थल पर मस्जिद निर्माण की बात करके भी विवाद खड़ा किया था। लखनऊ में ही अल्पसंख्यक मोर्चा के एक कार्यक्रम के दौरान बुक्कल नवाब ने अयोध्या में विवादित स्थल की बात शुरू की और अचानक वहां पर मस्जिद बनाए जाने की वकालत करने लगे थे। इस बयान से पूरे सभागार में बखेड़ा खड़ा हो गया था। कार्यक्रम में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी मौजूद थे।