नीतीश कुमार की अगुवाई में सरकार का गठबंधन बदलने के बाद भी बिहार में राजनीतिक खेला खत्म नहीं हुआ है। राज्य में एनडीए को एक और बड़ा झटका लग सकता है।खबरों के अनुसार, आरएलजेपी के 3 सांसद महागठबंधन में जाने की तैयारी कर चुके हैं। अगर ऐसा हुआ तो ये भाजपा के लिए बड़ा झटका होगा।
खबरों के मुताबिक, एनडीए के 3 सांसद जदयू में शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो ये एनडीए के साथ ही भाजपा के के लिए बड़ा झटका होगा। सांसद चंदन सिंह, बीना देवी, महबूब अली कैसर जदयू को समर्थन देने पर मंथन कर रहे हैं।
आरएलजेपी के पास 5 सांसद हैं यानी अगर 3 सांसद जदयू में शामिल हो जाते हैं तो उसके पास 2 लोकसभा सांसद बचेंगे। 3 सांसदों में ज्यादातर की राय है कि यह काम तत्काल कर लेना चाहिए, लेकिन एक सांसद का कहना है कि भादो महीने के बाद ठीक रहेगा जिस दौरान बहुत सारे लोग शुभ काम टाल देते हैं।
अगर लोजपा पारस गुट के ये 3 सांसद एलजेपी छोड़कर जदयू में शामिल होते हैं तो लोकसभा में जदयू बिहार की सबसे बड़ी पार्टी हो जाएगी। अभी जदयू के 16 और भाजपा के 17 सांसद हैं। ये 3 अगर पाला बदलते हैं तो जदयू 16 से 19 हो जाएगी।
बिहार में जदयू के बाद अविभाजित लोजपा भाजपा के गठबंधन का साथी रही है, जिसका राज्य में मजबूत जनाधार है। लेकिन ऐसा होता है तो भाजपा लोकसभा में भी बिहार की सबसे बड़ी पार्टी का रुतबा खो सकती है।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में जदयू ने भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ मिलकर सरकार बना ली है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में नई महागठबंधन की सरकार का गठन हुआ है।