Dalai Lama News : अरुणाचल प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लोकसभा सदस्य तापिर गाओ ने बुधवार को केंद्र से दलाई लामा को भारत रत्न देने का आग्रह किया और कहा कि वह अहिंसा एवं करुणा के वैश्विक दूत हैं। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान इस विषय को उठाते हुए गाओ ने कहा, भारत अहिंसा की भूमि है। परम पावन दलाई लामा अहिंसा और करुणा के दूत हैं। भारत सरकार को उन्हें 'भारत रत्न' देकर उनके योगदान को सराहना चाहिए। दलाई लामा कोनोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
भाजपा सांसद का कहना था कि 90 वर्ष के हो चुके आध्यात्मिक नेता ने न केवल बौद्ध धर्म, बल्कि समग्र मानवता के लिए अद्वितीय योगदान दिया है। उन्होंने कहा, आज दलाई लामा केवल एक धार्मिक व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि दुनियाभर में शांति के प्रतीक हैं।
कौन हैं दलाई लामा : दलाई लामा का जन्म 6 जुलाई 1935 को तिब्बत के ताक्सेर नामक गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। तिब्बती बौद्ध धर्म के सर्वोच्च आध्यात्मिक नेता दलाई लामा को पूरी दुनिया एक शांतिदूत के रूप में जानती है। वे 14वें तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु हैं और उन्होंने पूरी दुनिया को अपने विचारों, साधना और जीवनशैली से प्रभावित किया है। उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। दलाई लामा का असली नाम तेनज़िन ग्यात्सो (Tenzin Gyatso) है।
Edited By : Chetan Gour