महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता के आरोपों पर BJP का जवाब, हमारी रुचि Corona के खिलाफ लड़ाई में

Webdunia
बुधवार, 27 मई 2020 (16:34 IST)
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता उत्पन्न करने का प्रयास करने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए भाजपा ने बुधवार को कहा कि अभी भाजपा और केंद्र की प्राथमिकता कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाने की है। हालांकि राज्य में व्यवस्था को बहुत ही जिम्मेदारी से आगे बढ़ाने की जरूरत है। 
 
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चीजें वहां (महाराष्ट्र) नियंत्रण में नहीं हो सकती हैं,  लेकिन हमारी रुचि अभी वहां राजनीति में नहीं है, हमारी रुचि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में है। 
 
गौरतलब है कि महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहब थोराट ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि प्रदेश भाजपा के नेता सत्तारूढ़ गठबंधन को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन चिंता करने की कोई बात नहीं है। राहुल गांधी ने भी कल कहा था कि महाराष्ट्र सरकार में कांग्रेस निर्णय लेने की अहम भूमिका में नहीं है और राज्य को केंद्र सरकार की मदद की जरूरत है। 
 
बहरहाल, महाराष्ट्र में सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये आरोप पूरी तरह से आधारहीन हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी ने नहीं कहा था कि कांग्रेस वहां निर्णय लेने की सक्रिय भूमिका में नहीं है। 
 
राहुल पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने कहा कि  आप (कांग्रेस) वहां की सरकार में घटक हैं, आपके वरिष्ठ नेता वहां मंत्री हैं। ऐसे में आप पल्ला नहीं झाड़ सकते। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ कहा है कि सरकार गिराने में कोई रुचि नहीं है, राज्यपाल को इस बारे में स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं। 
प्रसाद ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी स्वयं महाराष्ट्र के साथ राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज मुंबई कोरोना वायरस संक्रमण का एक बड़ा हॉटस्पाट बन गया है, ऐसे में महाराष्ट्र में व्यवस्था को बहुत जिम्मेदारी से संभालने की जरूरत है।
 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में जो स्थिति है, उसका एक दूसरा पहलू भी है जो प्रवासी मजदूरों से जुड़ा है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 145 ट्रेनें उपलब्ध कराने की बात कही और यात्रियों की सूची तैयार करना राज्यों का काम है, तो इसमें क्या दिक्कत थी। उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक से भी ट्रेनें गई लेकिन ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। (भाषा)

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