नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चार साल में कारोबारी सुगमता रैंकिंग में भारत की 65 पायदानों की छलांग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार को गुरुवार को बधाई दी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह के कार्यकाल में कारोबारी सुगमता घटी थी और भ्रष्टाचार की सुगमता तेजी से बढ़ी थी।
भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा और गोपाल अग्रवाल ने कहा कि वर्ष 2010 में भारत की कारोबारी सुगमता रैंकिंग 132 थी जो 2014 में घटकर 142 हो गई थी, जबकि भ्रष्टाचार की सुगमता तेजी से बढ़ी थी। यह सब नीति पंगुता और 12-14 लाख करोड़ रुपए की लूट की सुगमता के कारण हुआ था, लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में कारोबारी सुगमता मई 2014 में 142 अंकों से पहले 12 अंक, फिर 30 अंक और अब 23 अंकों का सुधार करते हुए 77वीं पायदान पर पहुंच गई है तथा अगले साल तक भारत दुनिया के 50 अग्रणी देशों में शामिल होगा।
डॉ. पात्रा ने कहा कि चार वर्षों में कारोबारी सुगमता के 10 मानदंडों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। निर्माण अनुमति के मानदंड में 130 पायदानों की छलांग लगाई है। परमिट प्रक्रिया में 19 पायदान, ऋण प्रक्रिया के मामले में सात पायदान और बिजली कनेक्शन में पांच पायदान की छलांग लगाई है। दक्षिण एशिया में भारत की कारोबारी सुगमता पहले स्थान पर पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि भारत ने अनेक नीतिगत एवं कानूनी सुधार करके यह उपलब्धि हासिल की है, लेकिन कांग्रेस में मायूसी छाई हुई है। देश की उपलब्धि पर कोई प्रसन्नता नहीं है और न ही कोई बधाई दी है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वीकार किया है कि वह भ्रमित हैं जबकि मोदी देश को स्पष्ट नेतृत्व दे रहे हैं। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री को काम नहीं करने दिया।