नई दिल्ली। इसे कहते हैं एक ही वार में दुश्मन को चित कर देना। सब जानते हैं कि देश में नकली नोटों के कारोबार के पीछे दाउद इब्राहिम और पाकिस्तान की ख़ुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। दाऊद को पकड़ कर लाने की बातें तो बहुत होती रही पर ऐसा हो नहीं पाया। दाऊद अब बूढ़ा भी हो चला है। पर उसके काले धन कारोबार अब भी बहुत जवान है।