नोटबंदी - एक वार और दाऊद इब्राहिम ढेर

मंगलवार, 8 नवंबर 2016 (22:20 IST)
नई दिल्ली। इसे कहते हैं एक ही वार में दुश्मन को चित कर देना। सब जानते हैं कि देश में नकली नोटों के कारोबार के पीछे दाउद इब्राहिम और पाकिस्तान की ख़ुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। दाऊद को पकड़ कर लाने की बातें तो बहुत होती रही पर ऐसा हो नहीं पाया। दाऊद अब बूढ़ा भी हो चला है। पर उसके काले धन कारोबार अब भी बहुत जवान है।
इस एक कदम से दाऊद और आईएसआई की चूलें हिल गई होंगी। वो घर बैठे ही ढ़ेर हो गए। लंबे समय से ये बात हो रही थी कि काले धन और जाली नोट की नींव पर ही आतंक के इस आका का महल खड़ा हुआ है। इसे रोकने के लिए कई बार बड़े नोटों के चलन को रोकने की बात होती रही पर ऐसा हो नहीं पाया। 
 
आज निश्चित ही पाकिस्तान में छुपे बैठे दाऊद को बड़ा झटका लगा होगा। वो कसमसा रहा होगा। उसकी लंका में आग लगाने का कोई बेहतर तरीका नजर भी नहीं आ रहा था। निश्चित ही ये अंतिम वार नहीं है पर इसकी चोट से उबरना डी गैंग और आईएसआई के लिए आसान नहीं होगा।

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