नई दिल्ली। बोफोर्स तोप सौदे में घोटाले की जांच में केवल चार करोड़ 77 लाख रुपए खर्च हुए हैं, न कि 250 करोड़ रुपए।
बोफोर्स कांड मामले में उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता अजय अग्रवाल ने जांच पर हुए खर्च को लेकर मीडिया में प्रकाशित आंकड़े को झूठ का पुलिंदा बताते हुए स्पष्ट किया है कि इस मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने में 250 करोड़ रुपए नहीं, बल्कि केवल 4 करोड़ 77 लाख रुपए खर्च हुए थे|
अग्रवाल ने संबंधित आंकड़े को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए जाने का सीबीआई पर आरोप लगाते हुए कहा कि बोफोर्स कांड की जाँच में 250 करोड़ रुपए खर्च किए जाने की खबरों से देश की गरीब जनता को बार-बार झटका लगता है कि उनकी मेहनत की कमाई को इस प्रकार व्यर्थ में फूँका गया है, जबकि उन्हें जांच एजेंसी ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत पूछे जाने पर यह बताया था कि बोफोर्स कांड की पूरी जांच में मात्र चार करोड़ 77 लाख रुपए ही खर्च हुए थे और इस खर्च का ब्योरेवार वर्णन भी दिया गया था|
उन्होंने सीबीआई के निदेशक अालोक वर्मा को लिखे पत्र में आग्रह किया है कि जांच एजेंसी शीर्ष अदालत में लम्बित उनके मुकदमे में एक विस्तृत शपथपत्र जल्द दायर कर इस मसले पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करे। (वार्ता)