गुलाम अली कंसर्ट रद्द होने से बॉलीवुड खफा

गुरुवार, 8 अक्टूबर 2015 (15:28 IST)
मुंबई। जानी मानी अभिनेत्री शबाना आजमी, संगीतकार विशाल डडलानी और शेखर रावजियानी ने शिवसेना के विरोध के बाद यहां पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का समारोह रद्द किए जाने की निंदा की है।

 
गुलाम अली का संगीत समारोह कल होना था, लेकिन शिवसेना ने चेतावनी दी थी कि जब तक सीमा पार से आतंकवाद नहीं रूकता तब तक पड़ोसी देश के किसी भी कलाकार को देश में प्रस्तुति देने की मंजूरी नहीं दी जाएगी। कार्यक्रम के आयोजकों ने शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ उपनगर बांद्रा में स्थित उनके घर ‘मातोश्री’ में बैठक के बाद कार्यक्रम रद्द करने की घोषणा की।
 
शबाना ने ट्विटर पर कहा कि, ‘क्या हम पाकिस्तान के साथ युद्धरत हैं? क्या हमने राजनयिक संबंध तोड़ दिए हैं? क्या हमने हमारे दूतावास बंद कर दिए हैं? तो गुलाम अली पर प्रतिबंध लगाने का क्या औचित्य है? गुलाम अली सद्भावना दिखाते हुए भारतीयों के प्रिय जगजीत सिंह की याद में आयोजित कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले थे। पाकिस्तान सरकार के साथ सख्ती से बात करना सही है, लेकिन इसके कलाकारों से नहीं।’
 
संगीतकार विशाल डडलानी ने कहा कि, ‘गुलाम अली साहब और उनका संगीत राजनीति से उंचा और परे है। यदि वह प्रस्तुति नहीं दे सकते तो यह उनका नहीं, बल्कि हमारा नुकसान है।’ शेखर ने कहा, ‘गुलाम अली साहब हमारे मेहमान हैं। उनकी उपस्थिति सम्मान की बात है। संगीत की कोई सीमा नहीं होती।’
 
शिवसेना ने ठहराया उचित : गुलाम अली के संगीत समारोह को जबरन रद्द कराए जाने के मुद्दे पर राजनीतिक एवं सांस्कृतिक जगत के निशाने पर आई शिवसेना ने आज कहा है कि सैनिक शहीद हो रहे हों और यहां आनंद उठाया जाता रहे। इसके साथ ही शिवसेना ने यह भी कहा कि वह तब तक पाकिस्तान का बहिष्कार जारी रखेगी, जब तक वह देश आतंकी गतिविधियों को रोक नहीं देता।
 
पड़ोसी देश द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने के कारण भारतीय सैनिकों को हो रही पीड़ा के प्रति असंवेदनशील बने रहना मुश्किल बताते हुए शिवसेना की युवा शाखा के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने कहा कि, ‘हम यहां आनंद नहीं उठा सकते, जबकि हमारे सैनिक कष्ट उठा रहे हों।’
 
आदित्य ने कहा कि, ‘हम सभी को गुलाम अली के गीत पसंद हैं। लेकिन हमें सैनिकों के प्रति थोड़ी संवेदना रखने की जरूरत है। हर रोज संघषर्विराम उल्लंघन हो रहे हैं। हम यहां आनंद नहीं उठा सकते, जबकि हमारे सैनिक कष्ट उठा रहे हों।’
 
युवासेना के प्रमुख और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ने कहा, ‘आतंकवाद और संस्कृति एकसाथ नहीं चल सकते। हम उनके संगीत या कला के विरोधी नहीं हैं। लेकिन हम ऐसे समय पर आनंद नहीं उठा सकते जब हमारे सैनिक कष्ट उठा रहे हों।’
 
जब आदित्य से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा शो को सुरक्षा देने के प्रस्ताव के बारे में पूछा गया तो युवा सेना के नेता ने वापस निशाना साधते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री को पहले राज्य की जनता को सुरक्षा उपलब्ध करवानी चाहिए और फिर किसी समारोह को सुरक्षा देने की बात करनी चाहिए।’ 
 
उन्होंने कहा कि, ‘जम्मू-कश्मीर में लोग आतंकी गतिविधियों से प्रभावित हो रहे हैं। जब तक यह आतंकवाद नहीं रोका जाता, तब तक पाकिस्तान के साथ कोई वार्ता नहीं होनी चाहिए और तब तक उस देश का बहिष्कार किया जाना चाहिए।’
 
गुलाम अली का संगीत समारोह कल षणमुखानंद हॉल में होना था लेकिन शिवसेना की ओर से इस शो में व्यवधान पैदा करने की धमकी दिए जाने के बाद कल रात इसे रद्द कर दिया गया।
 
समारोह के आयोजकों ने इस समारोह का आयोजन मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह को श्रद्धांजलि के रूप में करने का फैसला किया था। आयोजकों ने उद्धव ठाकरे के साथ मुलाकात के बाद शो को रद्द करने की घोषणा की। गुलाम अली इससे पहले जगजीत सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए कई भारतीय गायकों के साथ कार्यक्रम पेश कर चुके हैं। (भाषा)

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