यह पुल असम और अरुणाचल प्रदेश को जोड़ेगा और इससे दोनों राज्यों के बीच दूरी में काफी कमी आएगी तथा प्रतिदिन 10 लाख रुपए की ईंधन की बचत होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पुल की परिकल्पना अटल बिहारी वाजयेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान की गई थी, लेकिन इस पर काफी देर से काम शुरू हुआ। (वार्ता)