हैदराबाद। वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने शनिवार को कहा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए भारतीय वायुसेना की अभियानगत तैयारियों को हाल में हुए 'गगनशक्ति' अभ्यास में प्रदर्शित किया गया था। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए वायुसेना की अभियानगत तैयारियों को हाल ही में संपन्न अभ्यास 'गगनशक्ति' में दिखाया गया था।
एयर चीफ मार्शल धनोआ ने शहर के बाहरी इलाके डुंडीगुल में वायुसेना अकादमी में आयोजित में संयुक्त स्नातक परेड में अपने संबोधन में कहा कि इस विशाल अभ्यास में देश के उत्तरी, पश्चिमी और पूर्वी मोर्चों पर परिचालन शामिल थे। इस अभ्यास ने किसी भी घटना से निपटने के लिए वायुसेना की तैयारियों को सफलतापूर्वक सत्यापित किया।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हमारा देश पारंपरिक अर्थ में युद्ध नहीं लड़ रहा है, फिर भी हमें अपनी तैयारियों को पुख्ता रखने की स्थिति में रहना है, चाहे वे आतंकवादी हमले हों, साइबर सुरक्षा खतरा हो, उग्रवाद, प्राकृतिक आपदाएं या कोई अन्य कर्तव्य, जो भारत हमें सौंपने के लिए उपयुक्त मानता है।
संयुक्त स्नातक परेड के मौके पर 13 महिला प्रशिक्षुओं समेत कुल 113 फ्लाइट कैडेट्स को वायुसेना अकादमी में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप शामिल किया गया। वायुसेना में एक अन्य महिला फ्लाइंग ऑफिसर मेघना शानबाग को भी लड़ाकू पायलट के तौर पर शामिल किया गया। कर्नाटक में चिकमंगलूर जिले की रहने वाली शानबाग ने कहा कि एक लड़ाकू पायलट होना उनके लिए एक बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि युवकों और युवतियों का एक सपना होना चाहिए और लक्ष्य को हासिल करने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी चाहिए। (भाषा)