भाजपा से अलग होने के बाद कर्नाटक जनता पक्ष (केजेपी) का नेतृत्व करते वक्त लिंगायत समुदाय के लिए धार्मिक रूप से अल्पसंख्यक की मांग का समर्थन करने वाले इसी समुदाय से आने वाले येदियुरप्पा ने कहा कि यह मुद्दा भाजपा की चुनावी संभावनाओं को नुकसान नहीं पहुंचाएगा, बल्कि यह सत्तारुढ़ कांग्रेस पर पलटवार करेगा। प्रदेश भाजपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा 12 मई को प्रस्तावित विधानसभा चुनावों में 150 सीटें जीतने के मिशन को पूरा करने के लिए एकजुट बल के रूप में प्रचार कर रही है।
येदियुरप्पा ने कहा कि लिंगायत मुद्दा हमें प्रभावित नहीं करेगा। यह कांग्रेस पर पलटवार करेगा। सिद्धरमैया सरकार ने हाल में केन्द्र को लिंगायत और इसकी उपजाति वीरशैव लिंगायत को धार्मिक अल्पसंख्यक का दर्जा देने की सिफारिश की थी। माना जाता है कि इस कदम का उद्देश्य भाजपा के मजबूत वोट बैंक में सेंध लगाना है। शिकारीपुरा से सात बार चुनाव जीत चुके 75 साल के येदियुरप्पा ने कहा कि वह अपनी गृह सीट से बड़े अंतर से जीत दर्ज करेंगे, क्योंकि लिंगायत उनका फिर साथ देंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा की कथित सांप्रदायिक राजनीति तटीय कर्नाटक में उसके लिए काम करेगी, उन्होंने कहा कि वहां ऐसी कोई चीज नहीं है। कांग्रेस झूठ फैला रही है। केवल मोदी लहर है और हम न केवल तटीय क्षेत्र, बल्कि पूरे राज्य में विजय पताका फहराएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी बहुमत हासिल करके सरकार बनाएगी और फिलहाल जद (एस) के साथ चुनाव बाद गठबंधन का कोई सवाल नहीं उठता। (भाषा)