जासूसी का आरोपी बीएसएफ कर्मी हिरासत में

मंगलवार, 1 दिसंबर 2015 (09:42 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए कथित जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार सीमा सुरक्षा बल के हेड कांस्टेबल अब्दुल राशिद को कल सात दिसंबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।
राशिद को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट संजय खगनवाल की अदालत में पेश किया और पूरी साजिश का पता लगाने के लिए हिरासत में उससे पूछताछ करने की इजाजत मांगी। वह जम्मू में सीमा सुरक्षा बल के मुख्यालय में खुफिया शाखा में बतौर हेड कांस्टेबल तैनात था।
 
राशिद की सात दिनों की हिरासत मांगते हुए पुलिस ने आरोप लगाया कि वह जासूसी में शामिल था और उसके घर से कई दस्तावेज मिले हैं। पुलिस ने कहा कि उसे राजौरी जिले समेत जम्मू कश्मीर में कई स्थानों पर ले जाने तथा उसके साथियों की पहचान के लिए उससे पूछताछ की जरूरत है।
 
पुलिस ने कहा, ‘राशिद जम्मू में बीएसएफ मुख्यालय की खुफिया इकाई में काम कर रहा था जहां हर दस्तावेज गोपनीय था और वह अपने साथियों को दस्तावेज उपलब्ध करा रहा था।’ न्यायाधीश ने पूछा, ‘क्या किन्हीं वरिष्ठ अधिकारियों की भी संलिप्तता है?’ इस पर पुलिस ने कहा, ‘अभी नहीं। हम जांच कर रहे हैं।' 
 
पुलिस का कहना है कि उससे (राशिद से) दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए उसे किए गए भुगतान और पैसे के लेन-देन के मार्ग का पता लगाने के लिए पूछताछ की जरूरत है। अदालत ने यह भी कहा कि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। सुनवाई शुरू होते हुए न्यायाधीश ने राशिद से अपने चेहरे से नकाब हटाने को कहा।
 
राशिद के अलावा कफैतुल्लाह खान उर्फ मास्टर राजा (44) को इस मामले के सिलसिले में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 26 नवंबर को गिरफ्तार किया गया जब वह जम्मू से भोपाल जा रहा था। वह जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले का रहने वाला है।
 
इस मामले में जो तीन अन्य को सोमवार को कोलकाता में गिरफ्तार किए गए उनमें इरशाद अंसारी (51), उसका बेटा अशफाक अंसारी और एक रिश्तेदार मोहम्मद जहांगीर शामिल हैं। इरशाद गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड में अनुबंधित श्रमिक है।(भाषा)

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