राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मोदी सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं। इस बीच विमान सौदे को लेकर भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) द्वारा तैयार की गई भारी-भरकम ऑडिट रिपोर्ट आज संसद में पेश होगी। विपक्ष संसद में इसे लेकर हंगामा कर सकता है। मौजूदा 16वीं लोकसभा का बुधवार को अंतिम दिन है और अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होना है।
कांग्रेस, मोदी सरकार पर विमान सौदे में भ्रष्टाचार व धांधली के आरोप लगा रही है। ऐसे में कैग की रिपोर्ट सरकार के पक्ष में आने पर राजग को राहत मिल सकती है। मोदी सरकार ने फ्रांस की विमानन कंपनी दसाल्ड से 36 राफेल विमान तैयार व हथियारों से लैस खरीदे हैं।
इनके मू्ल्य और अन्य शर्तों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमले कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार संसद में व बाहर उछाल रहे हैं और वे सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर उद्योगपति अनिल अंबानी को लाभ पहुंचाने के आरोप लगा रहे हैं। दूसरी ओर मोदी सरकार लगातार इसका बचाव कर रही है। कैग अपनी रिपोर्ट की एक प्रति राष्ट्रपति के पास और दूसरी प्रति वित्त मंत्रालय के पास भेजते हैं।
खबरों के अनुसार कैग ने राफेल पर 12 चैप्टर भारी-भरकम रिपोर्ट तैयार की है। कुछ हफ्ते पहले ही रक्षा मंत्रालय ने राफेल पर विस्तृत जवाब और संबंधित रिपोर्ट कैग को सौंपी थी। इसमें खरीद प्रक्रिया की महत्वपूर्ण जानकारी के साथ 36 राफेल की कीमतें भी बताई थीं।
सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था मामला : राफेल विमान सौदे में भ्रष्टाचार का मामला सुप्रीम कोर्ट भी गया था, लेकिन शीर्ष कोर्ट ने आरोपों में कोई तथ्य नहीं पाया।