Weather Updates: मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में धूलभरी आंधी (dust storm) के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अंडमान और निकोबार (Andaman and Nicobar) द्वीप समूह, लक्षद्वीप और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर आज भारी बारिश की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर चला गया है। 5 जून की रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की संभावना है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण छत्तीसगढ़ और उससे सटे तेलंगाना पर निचले स्तरों पर बना हुआ है। एक उत्तर-दक्षिण निम्न दबाव की रेखा उत्तर बिहार से झारखंड होते हुए दक्षिणी छत्तीसगढ़ पर बने हुए चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र तक जा रही है।
एक चक्रवाती परिसंचरण म्यांमार तट के पास बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर औसत समुद्र तल से 3.1 और 7.6 किलोमीटर के बीच बना हुआ है। 5 जून के आसपास दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन विकसित होने की संभावना है। इसके प्रभाव में उसी क्षेत्र पर कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार आज सोमवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। राजस्थान और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में धूलभरी आंधी के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा के दक्षिणी तट और तटीय आंध्रप्रदेश में एक या दो तेज बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, तेलंगाना और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश संभव है।
चक्रवाती परिसंचरण के कारण गुजरात में बारिश : अहमदाबाद समेत गुजरात के कई हिस्सों में रविवार को बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का पूर्वानुमान है कि राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में 6 जून की सुबह तक हल्की बारिश जारी रह सकती है। राज्य में बारिश होने का कारण दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के इलाकों के ऊपर बना चक्रवाती परिसंचरण है।
आईएमडी ने यह भी कहा कि शुक्रवार सुबह तक सभी जिलों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चल सकती हैं जिनकी गति 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। विभाग ने मछुआरों से गुरुवार तक उत्तरी गुजरात से समुद्र में नहीं जाने को कहा है।
आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उसके आस-पास चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। औसत समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की उंचाई पर होने के कारण राज्य में वर्षा हो रही है।
राज्य आपात अभियान केन्द्र (एसईओसी) ने एक बुलेटिन में कहा कि रविवार को सुबह 6 बजे से 8 घंटे के भीतर गुजरात के 131 तालुकाओं में बारिश हुई है। उसने कहा कि इस अवधि में खेड़ा, महिसागर, भरूच, अरावली, आणंद, पंचमहाल और पाटन जिलों में 30 से 55 मिमी के बीच बारिश हुई है। अहमदाबाद शहर में रविवार सुबह तेज हवा के साथ बारिश हुई जिससे कई पेड़ उखड़ गए और होर्डिंग क्षतिग्रस्त हो गए।
एसईओसी ने कहा कि इस दौरान शहर में 21 मिमी बारिश हुई। आईएमडी का पूर्वानुमान है कि गुजरात में अलग-अलग स्थानों पर सोमवार सुबह तक और बनासकांठा और साबरकांठा में मंगलवार सुबह तक हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटें पड़ सकते हैं।
केरल में 3 से 4 दिन में पहुंचेगा मानसून : मानसून रविवार को केरल में दस्तक देने वाला था लेकिन इसकी शुरुआत नहीं हुई और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इसमें 3 से 4 दिन की और देरी होने की आशंका जताई है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर 1 जून को केरल में दस्तक देता है और इसकी शुरुआत 7 दिन पहले या 7 दिन बाद हो सकती है। मई के मध्य में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा था कि मानसून 4 जून तक केरल में दस्तक दे सकता है।
आईएमडी ने रविवार को एक बयान में कहा कि दक्षिण अरब सागर के ऊपर पश्चिमी हवाओं में वृद्धि के साथ स्थितियां अनुकूल हो रही हैं। साथ ही, पश्चिमी हवाओं की गहराई धीरे-धीरे बढ़ रही है और कल 4 जून को पश्चिमी हवाओं की गहराई औसत समुद्र तल से 2.1 किलोमीटर ऊपर तक पहुंच गई।
उसने कहा कि दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर बादल का द्रव्यमान भी बढ़ रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि केरल में मानसून की शुरुआत के लिए इन अनुकूल परिस्थितियों में अगले 3-4 दिनों के दौरान और सुधार होगा। इसकी लगातार निगरानी की जा रही है और आज सोमवार को आगे की अद्यतन जानकारी प्रदान की जाएगी।