नई दिल्ली। चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इसरो वैज्ञानिकों की हौसला अफजाई की, लेकिन पार्टी नेता उदित राज ने 'वैज्ञानिकों के पूजा-पाठ' पर सवाल उठाकर एक विवाद को जन्म दे दिया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'हमारे वैज्ञानिकों ने अगर नारियल फोड़ने और पूजा पाठ में विश्वास के बजाय वैज्ञानिक शक्ति और आधार पर विश्वास किया होता तो अब तक मिली आंशिक असफलता का मुंह ना देखना पड़ता।'
अपनी इस टिप्पणी को लेकर वह सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। नीता भारतीय नामक ट्विटर अकाउंट से कहा गया कि कभी दर्पण में ख़ुद को देखिए महोदय... आंशिक नहीं पूर्ण असफलता दिखेगी आपको।
नरेंद्र मोदी फैन नामक अकाउंट से कहा गया कि ये कांग्रेस नेता अंध मोदी विरोध में इतने अंधे हो चुके हैं कि अपने देश के वैज्ञानिकों का अपमान का अपमान करने व हिंदू धर्म का भी अपमान करने पर उतर आए हैं, आखिर क्या कारण है जो कांग्रेस हिंदुओं से इतनी चिढ़ती है, और इनके नेता पाकिस्तान की मीडिया में हीरो बनते हैं।
फिलहाल उनके इस बयान पर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है, हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने वैज्ञानिकों के प्रयास की तारीफ करते हुए कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों पर समूचे राष्ट्र को गर्व है और आने वाले कल में इस मिशन में सफलता जरूर मिलेगी।
गौरतलब है कि चंद्रयान -2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। संपर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था।