चीन ने तीसरी बार अरुणाचल में हमारे इलाक़ों के “नाम बदलने” का दुस्साहस किया है।
— Mallikarjun Kharge (@kharge) April 4, 2023
21 अप्रैल 2017 — 6 जगह
30 दिसंबर 2021 — 15 जगह
3 अप्रैल 2023 — 11 जगह
अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा।
गलवान के बाद, मोदी जी द्वारा चीन को क्लीन चिट देने का नतीजा, देश भुगत रहा है। pic.twitter.com/JTDTuCsRcY
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह सब उस वक्त हो रहा है जब चीन के एक शीर्ष राजनयिक ने हाल में दावा किया था कि भारत-चीन सीमा पर हालात स्थिर हैं। उन्होंने कहा कि चीन द्वारा उकसाने की गतिविधि और अतिक्रमण जारी है। उसने अरुणाचल प्रदेश में स्थानों के नाम तीसरी बार बदले हैं।20,000 करोड़ अडानी की शेल कंपनियों में बेनामी पैसे किसके हैं - प्रधानमंत्री चुप, कोई जवाब नहीं!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 4, 2023
2000 sq km ज़मीन चीन ने छीन ली, जगहों के नाम भी बदल रहे - प्रधानमंत्री चुप, कोई जवाब नहीं!
प्रधानमंत्री जी, आख़िर इतना डर क्यों? pic.twitter.com/lBUIWczOGs