नई दिल्ली। भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को 'ई-फाइलिंग' 2.0 सेवा की शुरुआत की और वकीलों से कहा कि इलेक्ट्रॉनिक रूप से मामले दायर करने की सुविधा अब चौबीसों घंटे उपलब्ध होगी। देशभर में ई-अदालतों और मामलों की ई-फाइलिंग की वकालत कर रहे प्रधान न्यायाधीश ने शीर्ष अदालत परिसर में 'ई-सेवा' केंद्र का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि हमने आज सुबह 'ई-फाइलिंग' 2.0 का अनावरण किया है। ये सुविधाएं सभी वकीलों के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि जिन वकीलों के पास ये सुविधाएं नहीं हैं और जो तकनीक से परिचित नहीं हैं, उनकी मदद के लिए 2 सुविधा केंद्र शुरू किए गए हैं।
प्रधान न्यायाधीश ने शुक्रवार की कार्यवाही की शुरुआत में कहा कि मैं सभी वकीलों से 'ई-फाइलिंग' 2.0 का इस्तेमाल करने का अनुरोध करता हूं। अदालत कक्ष में मौजूद सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और अन्य वकीलों ने इस कदम की सराहना की। विधि अधिकारी ने कहा कि केवल माई लॉर्ड्स की वजह से हम उस मानसिक अवरोध से छुटकारा पाने में सफल रहे।
'ई-सेवा' केंद्र पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि कोई भी व्यक्ति ई-सेवा केंद्र में न केवल ई-फाइलिंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से मामले दर्ज कर सकता है, बल्कि देशभर में किसी भी अदालत या न्यायाधिकरण से मामले की स्थिति जानने के लिए अन्य सेवाओं का भी लाभ उठा सकता है। शीर्ष अदालत और कई अन्य अदालतों में ई-फाइलिंग सुविधा के माध्यम से मामले दायर किए जा रहे हैं।(भाषा)